Menu
 

पाकिस्तान से आयें हिन्दुओं से उनका दर्द सुनकर
आज मन रो पडा । 1947 से अब तक
जारी अत्याचारों के एक नमूने मात्र को उनके
मुँह से सुनकर उन सबकी भीगी आँखों में छिपें दर्द
और डर को देखकर आज मन की जो स्थिति है
वो शब्दो से परे हैं ।
कुछ दिनों पहलें पाकिस्तान से कुछ हिन्दू
परिवारों का एक समूह जिसके सदस्यों की कुल
संख्या 480 है तथा जिनमें से 360 सदस्य बच्चें
है भारत आया था । यें समूह इस समय ब्रज के एक
गाँव में एक आश्रम में रह रहा हैं ।
08/04/2013 को इनके वीजे
की अवधि समाप्त हो चूकी हैं इन लोगों ने
भारत सरकार से भारतीय नागरिकता देनें
की प्रार्थना की थी तथा आवेदन
भी किया था किन्तु उस पर अभी तक भारतीय
सरकार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी हैं ।
जब इस समूह की एक महिला से कुछ जानने
का प्रयत्न किया तो उसने रोते रोते
बताया की वह अपने मात्र दो दिन के बच्चें
को वीजा नियमों के चलते पाकिस्तान छोडकर
भारत आ गयी क्योंकि एक बच्चें की बलि देकर
उसके बाकी चार बच्चों का जीवन तो बच
जायेगा । सोचकर भी मन कांप उठता हैं कि उस
माँ के मन पर क्या बीत रही होगी जो अपने
मात्र दो दिन के बच्चे को उस नरक में
अपनी आँखों से दूर छोड आयी हैं ?
एक दूसरी महिला ने भी रोते रोते
बताया की वहाँ हिन्दू महिलाओं
की स्थिति ऐसी है कि ना तो हम घरो से
बाहर निकल सकते हैं कि कभी मुसलमान उठा कर
ले जायें, लडकियों का विवाह भी इसी डर के
कारण बहुत कम उम्र मे कर देते हैं
ना ही लडकियों को कोई पढने भेजता हैं,
औरतों को मंगलसुत्र पहनने नहीं दिया जाता हैं
ना माथे पर बिन्दियाँ लगाने दी जाती हैं
ना ही माँग में सिन्दूर लगाने दिया जाता हैं ॥
एक पुरूष ने बताया की मन्दिर के सामने
ही गायें माता को काटते हैं और
उनको चिल्ला चिल्लाकर बोलते है कि हमने
तुमहारी माँ को काट दिया आ जाओ इसका माँस
खा लो, मन्दिर में कोई घण्टा बजाता हैं
तो उसको पत्थरों से मारा जाता हैं,
लडकियों को उठाकर उनका धर्म परिवर्तन कर
मुसलमान से निकाह कर दिया जाता हैं ॥
अब हमारे इन भाई बहनों के लिये अब ये सेकुलर
सरकार और देश के सेकुलर लोग क्या करेंगें ?
क्या इन बेबस लाचार लोगों को भारतीय
नागरिकता दी जायेगी ? क्या विपक्षी दल
भाजपा इन लोगों को न्याय दिलायेगा ?
किन्तु उस से भी बडा प्रश्न यह हैं कि देश के
हिन्दू अपने इन विवश भाई बहनों के लियें
क्या करेगें ?
मेरा आप सभी से निवेदन है कि इस विषय पर
अधिक से अधिक लिखे और शेयर करे जिस सें हमारें
उन विवश भाई बहनो को एक नया जीवन मिल
सकें ॥
धन्यवाद ॥
जय हिन्द ॥

Post a Comment

 
Top